भारत के हार मे बाबर का हाथ | World cup 2023
भारत के हार मे बाबर का हाथ | World cup 2023
![]() |
Ind vs aus World cup 2023 |
हेडलाइन पढ़कर हि कुछ लोग बोलेंगे, "क्या बकवास हैं" तो कुछ लोगोकी हंसी छुट जाएगी। लेकिन दोस्तों 20 साल पहले जो जख्म ऑस्ट्रेलिया ने दिया था पिछले संडे को भारत को हराकर फिर से 😄। हरा भरा कर दिया।
हर देशवासी अभी भी इसी सोच मे है की भारत की हार हुई तो कैसे हुई। ऐसे हि उधेड़बून मे मेरे भी खुरापाती दिमाग़ ने फाइनल मे हार के पीछे के कारणों के तिन तर्क निकाले है जिसे सुनकर आपका भी दिमाग़ एक बार तो सोचने पर मजबूर होगा की,"हा यार ऐसा हो सकता हैं" 😃।
1) बाबर आजम का बयान
फाइनल के कुछ दिन पहले पकिस्तानी कप्तान ने बयान दिया था की मोदी स्टेडियम में बहुत नारेबाजी और शोर था ,जिससे हम डिस्टर्ब होकर हार गये। अगर यहा पर फाइनल मैच होता है तो किसी भी टीम की लय बिगड़ सकती हैं।
क्या लगता है दोस्तों क्या बाबर के ये अपने विचार होंगे,नहीं मुझे तो लगता है की बोला उसने लेकिन शब्द किसी दूसरे के हो सकते है जैसे की मेरे दिमाग़ ने बनाई हुई एक तस्वीर निचे देखे ,जैसे दो बेवड़े कही मिले हो और उनका वार्तालाप कुछ इस तरह से हुवा होगा😄।
बाबर आजम :- यार कमीन्स भाई कुछ भी करो लेकिन फाइनल मे भारत को हराओ या....ऱ
कमीन्स :- कैसा बात करता है बाबर तुम,अभी जो भारत की टीम है बहुत स्ट्रोग है। उसने तो पहले हि मैच मे हमको हराया। उसकी जगह कोई दूसरी टीम होती तो बात अलग थी। और वैसे भी हमारे आकाओ ने बताया है की हार भी गये तो कोई गम करने का नहीं हमने अभी तक 5 बार कप जीत लिया है।
बाबर (गुससे) :- तुम्हारे कप्तानी मे तो नहीं जिता ना। अगर तुम बिना कप के गये तो तुम्हारे देशवासी तुम्हे नाकारा समझेंगे। (बाबर की यह मात्रा कमिन्स पर असर करती है)
कमीन्स (कुछ सोचते हुए) :- बात तो तुम सही कह रहे हो फिर भी भारत् को ताकत से हराना तो मुश्किल है, हा उन्हे imotinaly damage करके हराया जा सकता हैं।
बाबर :- imotinaly damage करके मतलब चने के झाड़ पर चढ़ाकर।
कमीन्स :- हा वैसा हि कुछ समझो। याद करो 2003 का वर्ड कप । हमसे एक मैच हारने के बाद भारत ने लगातार आठ मैच जीत लिए थे। भारत का विजयी अभियान देखकर पोंटिंग अंड कंपनी डर गयी थी। लेकिन फाइनल के कुछ दिन पहले हमारे टीम ने भारत के उस वक्त के तीन फास्ट बॉलरो की तारीफ करना सुरु कर दी की ,श्रीनाथ , जाहिर खान और नेहरा की तिकड़ी किसी भी टीम को तहस नहस कर सकती हैं। और उसका परिणाम यह हुवा की भारत ने अपनी टीम मे ज्यादा फास्टर रखे स्पिनर सिर्फ एक रखा था, हरभजन् सिंग्। फिर सारी दुनिया जानती हैं हमारे बल्लेबाजों ने ऐसा खेल दिखाया की वर्ल्ड कप का फाइनल का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा कर भारत को बुरी तरह से हराया था।
तुम इतना बताओ तुम्हसे जब मुकाबला हुवा तो कुछ नोट करने लायक कुछ बात हुयी थी क्या ?
बाबर :- नहीं यार ऐसा तो कुछ हुवा नहीं लेकिन वहा शोर और नारेबाजी खुब थी और सुना है की फाइनल देखने के लिए भारत के PM आनेवाले है।
कमिन्स ( चुटकी बजाते हुए) :- समझों भारत फाइनल मैच हार गया। तुम एक बयानबाजी करो की मोदी स्टेडियम में नारेबाजी और शोर के कारण हम मैच हार गये अगर ऐसा हि रहा तो भारत के साथ फाइनल मे आनेवाली किसी भी टीम की लय बिगड़ सकती है।
बाबर ने वैसा हि किया और मिडिया ने भी हवा दे दी और मोदी तो मैच देखने जाने हि वाले थे। और "मोदी है तो मुमकिन है " वाला ट्रेंड तो हमारे देश में फेमस है। हमारे खिलाडी भी फूल कर कुप्पा हो गये होंगे और परिणाम सामने है😄।
2) कमीन्स की चेतावनी और नारेबाजी
फाइनल के पहले कमीन्स ने भी कहा था की " हम अपने करतुत्व् से स्टेडियम के शोर को खामोश कर देंगे "। उसके बात पर किसीने ध्यान नहीं दिया और मोदीजी स्टेडियम मे आते हि जोर जोर से ,मोदी मोदी मोदी,के नारे लगे होंगे। अब वो राहुल गांधी या केजरीवाल तो थे नहीं की चुपके से खिसक लेते वो ठहरे ऑस्ट्रेलिया के प्रोफ़ेशनल खिलाडी ऐसी जादू की गेंद घुमाई की पूरे स्टेडिअम मे सन्नाटा पसर गया और फिर परिणाम तो सब जानते है।
इसलिए मोदीजी से मेरी एक मुफ्त की सलाह है। जहा वहा आपके नाम की उठने वाली नारेबाजी पर रोक लगाइये, वरना 2024 के चुनाव मे मतदाताओं ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाडियो जैसा पवित्रा आजमाया तो लेने के देने पड़ जाएंगे😄।
3) चुनावी फंड
आप लोग सोचेंगे की इसमे चुनाव कहा से आ गया तो बात ऐसी है की बहुत सारे क्रिकेट प्रेमी कह रहे थे की मैच फिक्सिंग हुई है। फिर मेरे दूरदर्शी दिमाग़ मे आया की फिक्सिंग और फंडिग मे कोई कनेक्शन तो नहीं। फिक्सिंग कही इधर से तो नही हुई। क्योकि मोदीजी के दोस्त है अडानी सुना है ऑस्ट्रेलिया मे उनका बहुत बड़ा बिजनेस है। हो सकता है मोदीजी ने कहा होगा ,भाई अडानी 2024 के चुनाव के लिए तु हमे फंडिग मत कर , अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया फाइनल खेलते है तो उन्हे वो सारा माल देकर कहना की" मोदी है तो मुमकिन है " वाला ट्रेंड हमे कायम रखना है तो अपनों खिलाडीयो से कहो की कप हम्हे जितने दो। अडानी की सेटिंग से ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड मान गया होगा और अपने खिलाड़ियों को आगाह भी किया होगा। इसलिये मोदीजी मैच के पहले रोहित शर्मा से मिले थे (तस्वीर देखे)
![]() |
मोदी और रोहित |
और उन्हे यकीन दिलाया होगा की " बेटा फीकीर मत कर कप तो हमारा हि है "। तभी तो भारत हार रहा था और विश्वगुरु मुस्कुरा रहे थे तस्वीर देखो।
![]() |
मोदीजी की मुस्कुराहट |
इसका मतलब उन्हे पक्का यकीन था की भारत हि चैंपियन होगा। क्योकि कम रन निकालने के बाद भी कमेन्टेटर कह रहे थे की हमारे बॉलर कमाल कर देंगे।
दूसरी इनिंग जब सुरु हुई तो सब कुछ सही चल रहा था ,तिन विकेट भी जल्दी गिरे थे लेकिन फिर हो सकता हैं कमीन्स को बाबर के बोलबचन याद आये होंगे की " तुम्हारे कप्तानी मे तो कप नहीं जिता ना " और फिर उसका स्वाभिमान जाग गया होगा और अच्छा खेल दिखाकर 140 करोड़ भारतीयों के सपने पर पानी फेर दिया 😃।
फिक्सिंग और फंडिग पर इसलिए भी यकीन होने लगता है की ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को ट्रॉफी देते वक्त हमारे साहब बहुत नाराज दिख रहे थे😃। (तस्वीर देखे)
![]() |
मोदीजी और कमीन्स |
आदमी कब इतना रुस्ट दिखाई देता हैं जब कोई वादा खिलापी करता है तब ना।
दूसरी बात कोई ऑस्ट्रेलिया का खिलाडी ट्रॉफी के ऊपर पैर रखकर और हाथ मे बियर लेकर बैठा है😱 ( तस्वीर देखे)
![]() |
ट्रॉफी पर पैर |
तो हो सकता हैं मैच जितने के बाद उनके आकाओ की उन्हे डांट पड़ी होगी की "हमने जो कहा वो तुम लोगोने सुना नहीं,इसलिए जीत का कुछ भी पैसा तुम लोगोंको मिलेगा नहीं" ( क्योकि अडानी का धन जो उन्हे वापस करना था ) इसलिए पैसे के अभाव मे खिलाड़ियों को ट्रॉफी भी कचरे जैसी लगने लगी होगी और कचरे पर तो पैर हि रखेंगे सर पर उठाकर नाचेंगे तो नहीं ना😃😄😃😀😀😁
आखिर मे दोस्तो मै इतना हि कहना चाहूगा
-≈==≈≈===================================≈======================================= कैसा रहा मेरा मजाक😄 I am just joking Yaro 😃==
सच बात तो यह है की किसी भी देश की टीम किससे भी जानबूझकर कभी भी हारना नहीं चाहेंगी क्योकि वो जानते हैं की उनके साथ देश के करोड़ो खेल प्रेमियों के सपने जुड़े होते है और उसे पुरा करने के लिए वो जी तोड़ कोशिश करते हैं 🙏🏼🙏🏼
(व्यंग लेख अच्छा लगे तो कमेंट और शेयर जरूर करे)
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें